सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥
पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी ॥ दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं ।
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
किसी भी वजह से मन में कोई भय हो तो शिव चालीसा का पाठ करे।
अर्थ: हे शिव शंकर आप तो संकटों का नाश करने वाले हो, भक्तों का कल्याण व बाधाओं को दूर करने वाले हो योगी यति ऋषि मुनि सभी आपका ध्यान लगाते हैं। शारद नारद सभी आपको शीश नवाते हैं।
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
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योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
पाठ पूरा shiv chalisa in hindi हो जाने पर कलश का जल सारे घर में छिड़क दें।
लिङ्गाष्टकम्